इत्तू से पँछी में कितनी बड़ी जान है
ले उड़ा वो मानव को उसके पंख कितने महान हैं
उसके पंख कितने महान हैं
इन्सान पर भारी पड़ रहा आज इंसान हैं
नियति का खेल बड़ा महान है
पँछी बड़ा महान हैं
ये पँछी बड़ा महान हैं
जीवन भर जो कर्म किये मानव ने
उनका ये परिणाम हैं
ये पंछी बड़ा महान है
भाईचारे में मगन आज ये सारा जहान है
ले उड़ा ये परिन्दा मानव को
जो बड़ा महान है
ये पक्षी कितना नादान हैं
ले उड़ा जो मानव को
इसके पंख कितने महान है
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