7 मार्च 2020

ॐ॰॥ दोहा ॥॰ॐ

ॐ॰॥ दोहा ॥॰ॐ

  1. बिना सुने भी ना सुना, कन सुन हो विशवास, मरते न सहारा मिले, तिनके पर हो आस,
  2. झूठ सुन हुआ बावरा, सच सुन पडा अकाल, ज्यादा करना ना पड़े, न कल पर उसे टाल,
  3. प्रेम रोग भी लग गयो, न जाने प्रेम सार, एक देख दुजे को लगै, ना हुआ कभी पार,
  4. प्रेम ढूँढने तु चलो, मिलो हवसी संसार, जै प्रेम मिलो तेरको, क्या सच है वो प्यार,
  5. रंग रुप बरस ढल गयो, ज्ञान ही जय कहाव, काम बाद ना भाव ना, डूब गए हम बहाव,
  6. झूठ बोले इन्सान तो, धरे रुपम विराल, बिन पैसे तो काम क्या, जरुरत पड़े काल,

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