मलाल जिन्दगी मे है अगर ,
क्या करे अकेला है ये सफर,
तलाश कर अपने पास तु
बहुत से है साथ मे डगर ,
जिस राह मे चलते है क्या
उसकी है किसी को खबर,
लाख हो मुसीबत फिर भी
रखना ना ऊँचा कभी स्वर,
मौत आजाए भले ही पर
कभी हो ना प्यार का ज्वर,
एक रास्ता खतम हो गया तो
क्या दुसरा रास्ता तो है मगर ,
हार जाए तु हालातो से अगर
फिर भी कभी ना रुकेगा सफर ,
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