21 अक्तू॰ 2021

मैं बहुत जल्दी बड़ा हुआ

 मैं बहुत जल्दी बड़ा हुआ

अपने पाँव पे खड़ा हुआ

क़दम उठा के चलने लगा

अपना काम खुद करने लगा

ग़रीबी में परवरिश हुई

सो पढ़ाई भी मिस हुई

मैं बहुत जल्दी बड़ा हुआ

भाई की उम्र में भैया हुआ

दूध के दांत टूटे शहरों में

खूब छाले पड़े पैरों में

तिफ़्ली में दर्द की आमेज़िश हुई

और जिम्मेदारी की बंदिश हुई

मैं बहुत जल्दी बड़ा हुआ

अपने पाँव पे खड़ा हुआ



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