7 मार्च 2020

खुल के उङ जाने दो

खुल के उङ जाने दो  

मेरे जीने का हक मुझे वापस दे कर ! 
मेरी बंदिशो को इन कानुन की किताबों से दूर जाने दो ! 
मुझे कम-से-कम एक बार तो खुल के उंङ जाने दो ! 
माना मैं पंरिदा नंही पर मेरे जीने का हक मुझे वापस तो कर दो ! 
मेरी लाचारी का हिसांब मुझे भी दो दिखाओ ! 
अनजाने आशाओ के सागर में मुझे अपनी डुबती कस्ती को उस पार दो ले जाने दो ! 
बोला कितना मैने की मेरे हुजूर मुझे एक बार दो खुल के उङ जाने दो || 

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