खुल के उङ जाने दो
मेरे जीने का हक मुझे वापस दे कर !
मेरी बंदिशो को इन कानुन की किताबों से दूर जाने दो !
मुझे कम-से-कम एक बार तो खुल के उंङ जाने दो !
माना मैं पंरिदा नंही पर मेरे जीने का हक मुझे वापस तो कर दो !
मेरी लाचारी का हिसांब मुझे भी दो दिखाओ !
अनजाने आशाओ के सागर में मुझे अपनी डुबती कस्ती को उस पार दो ले जाने दो !
बोला कितना मैने की मेरे हुजूर मुझे एक बार दो खुल के उङ जाने दो ||
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