"मेरा सफर अधूरा है"मोह नहीं तरु-छाया का,यह धूप भली अब लगती हैक्यों शांत करुं इस अग्नी को,यह भूख भली अब लगती है,भली है लगती यह तृष्णा,जिसके कारण हूँ जाग रहाभली है लगती हर विपदा,जिससे अब तक था भाग रहाहैं शूल भले ये पथ के सब, है भली ये निंदा हर पल कीहै धूल भली ये चेहरे पर, तकदीर लिखेगी जो कल कीअब भान हुआ निज गौरव का,अस्तित्व हुआ अब पूरा हैअभी ऋण है बाकी जीवन का,अभी मेरा सफर अधूरा है
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1 सित॰ 2021
"मेरा सफर अधूरा है"
कृष्ण परिचय
वो गोकुल का ग्वाला
वो माखनचोर निराला
दुनिया के पग पग पर
अपनी माया रचने वाला
वो वृंदावन का वासी
वो मथुरा का लाडला
अपनी बंसी की धुन में
गोपियों को नचाने वाला
वो कारागार में उत्पन्न
वो देवकी, वासुदेवलाला
जिसको जन्म से ही
माता यशोदा ने पाला
गोपियों से प्रेम करके
वियोग में तड़पाने वाला
राधा को छोड़कर
वो कभी ना आने वाला
सुदामा सखा वो काला
वो बाबा नंद का लाला
बंसी की मीठी धुन पर
नचाने वाला बाँसुरीवाला
वो रणछोर वो कपटी
धर्म जिताने छल करने वाला
जीवन जीने के लिए
गीता उपदेश देने वाला
वो अर्जुन का सारथी
वो सुदर्शन चक्र वाला
बिना हथियार उठाये
युद्ध को जिताने वाला
आठवाँ अवतार विष्णु का
धर्मरक्षक मोहन प्यारा
वो श्री कृष्ण वासुदेव
है जगत का पालनहारा....